विषय
विकास सेक्टर के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ने वाले तरीके, विचार और नए दृष्टिकोण।
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आईडीआर इंटरव्यूज । बेज़वाड़ा विल्सन
सफ़ाई कर्मचारियों द्वारा मैनुअल स्कैवेंजिंग की प्रथा के विरुद्ध ताउम्र संघर्ष करनेवाले बेज़वाड़ा विल्सन दलितों के नेतृत्व में ज़मीनी स्तर पर तैयार किए जाने वाले आंदोलन की बात करते हैं। वह चाहते हैं कि यह आंदोलन इस अमानवीय प्रथा का अंत करने में मददगार साबित हो और इस प्रथा के शिकार लोगों को इससे मुक्ति मिल सके। -
लिंग और हिंसा की धारणाओं में परिवर्तन से पुरुषों की मानसिकता को बदलना
आरएनपी द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
आत्महत्या की घटनाओं के रोकथाम में मीडिया रिपोर्टिंग की ताक़त
इस तथ्य के बावजूद कि मीडिया आत्महत्या के मामलों की संख्या पर उल्लेखनीय असर डाल सकता है, भारत में इससे जुड़ी रिपोर्टिंग की गुणवत्ता बहुत निचले स्तर की है। ऐसे में स्थिति को बेहतर बनाने के लिए क्या बदले जाने की ज़रूरत है? -
एक चुनौतीपूर्ण राह: जेंडर प्रोग्रामिंग से मिलने वाली प्रतिक्रिया से निपटना
आरएनपी द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
सामाजिक बदलाव के लिए ज़मीनी अनुभवों से सीखना
सुजाता खांडेकर कोरो की संस्थापक निदेशक हैं। आईडीआर से उनकी इस बातचीत में जानिए कि सामाजिक परिवर्तन की कोशिशों में जमीनी स्तर के ज्ञान और अनुभव को कैसे शामिल किया जा सकता है। -
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लड़कों और पुरुषों के साथ लैंगिक बराबरी पर काम करने के लिए एक गाइड
महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा को ख़त्म करने के लिए, पुरुषों और लड़कों के साथ काम करने वाले लैंगिक कार्यक्रमों पर दो वर्ष लम्बा एक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन से क्षेत्र में काम करने वालों को कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती हैं।आरएनपी द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
लक्ष्य से ज़्यादा प्रतिभाओं को प्राथमिकता दें
गूंज के उदाहरण से समझिए कि एनजीओ का अपने नैतिक मूल्यों के प्रति ईमानदार रहना और अपनी टीम को महत्व देना संगठनात्मक विकास के लिए कितना जरूरी है। -
लैंगिक संवेदनशीलता के बारे में बचपन से ही बताया जाना चाहिए
लिंग मानदंडों में बदलाव लाने के लिए लिंग जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लड़कों और लड़कियों को बचपन से ही संवेदनशील बनाया जाना चाहिए।रोहिणी निलेकनी फ़िलांथ्रपीज द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड