लिंग
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भुज की बहनों से मिलें
पिछले दो दशकों से कच्छ के 200 गांवों में महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ रही एक अर्धन्यायिक (पैरालीगल) के जीवन में एक दिन। -
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एक युवा क्रिकेटर जो अपने समुदाय को लैंगिक समानता पर पुनिर्विचार करने में मदद करती है
17 वर्षीय एक लड़की के जीवन का एक दिन जो समाज में लिंग समानता पर काम करने को लेकर उतनी ही जुनूनी है जितना कि क्रिकेट खेलने को लेकर।