जब पीनी पड़े चाय पे चाय, फिर भी काम ना हो पाय! सरकारी दफ़्तर और ग़ैर-सरकारी संगठनों से जुड़े लोग, और वे नज़ारे जो चाहे-अनचाहे अक्सर ही दिख जाते हैं। रजिका सेठ, इंद्रेश शर्मा २ मिनट लंबा लेख