विकास सेक्टर
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फील्ड में एक बार (भाग-2): जब लड़कियां लाइब्रेरी जाने लगीं
लड़कियां जब पढ़ना और आगे बढ़ना चाहती हैं तो उनकी राह में तमाम बाधाएं आती हैं, उन्हीं में से एक का किस्सा। -
फॉस्टर केयर प्रणाली को मजबूत करने के देश में क्या कदम उठाए जाने की जरूरत है
फॉस्टर केयर एक ऐसा सिस्टम है जो उन बच्चों को देखभाल और सुरक्षा प्रदान करता है जिन्हें अपने जैविक माता-पिता के साथ रहने का मौका नहीं मिल रहा हैं। -
सामाजिक क्षेत्र को पूर्वोत्तर भारत में काम करने के बारे में क्या सीखना चाहिए?
साथ ही जानिए, क्यों समाजसेवियों और फंडर्स को पूर्वोत्तर भारत के लिए सामाजिक क्षेत्र से जुड़े कार्यक्रम बनाने से पहले वहां के स्थानीय संदर्भों को समझ लेना चाहिए। -
थियेटर ऑफ द ऑप्रेस्ड: वंचितों का रंगमंच जिसमें हम सब कलाकार हैं
कैसे समाजसेवी संस्थाएं, थियेटर ऑफ द ऑप्रेस्ड का इस्तेमाल कर शिक्षा, समाज और पर्यावरण से जुड़े तमाम मुद्दों पर एक नई तरह से संवाद विकसित कर सकती हैं। -
युवाओं को संवैधानिक मूल्यों से जोड़ना हमेशा चलने वाली एक यात्रा है
भले ही भारत का संविधान विश्व स्तर पर सबसे उदार और प्रगतिशील संविधानों में से एक माना जाता है, लेकिन देश का युवा इसके बारे में कम ही जानता है। -
सुनने में अच्छा लगा लेकिन समझ कुछ नहीं आया!
विकास सेक्टर के भारी-भरकम शब्दों (जॉर्गन) के साथ ज़मीनी कार्यकर्ताओं के अनुभव। -
विकास सेक्टर का सालाना राशिफल: भाग 2
अगर इस राशिफल में बताई गई कोई भी बात साल 2024 में आपके लिए सच साबित होती है, उसे केवल एक अनचाहा संयोग माना जाएगा। -
समाजसेवी संस्थाओं में वॉलंटियर सहभागिता को बढ़ाने के पांच कारगर उपाय
सही और स्पष्ट तरीक़े से अपनी बात कहना और सहभागिता की शर्तें बताना अधिक से अधिक लोगों को वॉलंटियरिंग और सार्वजनिक सेवा की ओर प्रेरित कर सकती हैं।