हल्का-फुल्का
विकास सेक्टर में काम करते हुए आने वाले हल्के-फुल्के पलों के किस्से, तस्वीरें और गीत।
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फील्ड वर्कर की डायरी: संघर्ष, सवाल और सैलरी का हिसाब!
समुदाय के साथ काम करते हुए, समाजसेवी संस्थाओं के जमीनी कार्यकर्ता कई बार ऐसी दुविधाओं से गुजरते हैं जब उन्हें समझ नहीं आता कि हंसे या नाराज हों, ऐसी ही कुछ झलकियां। -
ग्रांट गुरू- एआई जो फंडिंग दिलाए, चुटकियों में!
अप्रैल फूल के मौके पर लॉन्च हो रहा है ‘ग्रांट गुरू’ एआई टूल! जो संस्थाओं को फंडिंग दिलाने, फंडर से बातचीत करने और बेहतरीन प्रपोजल बनाने में मदद करता है– वह भी चुटकियों में! -
अप्रेजल का महीना: क्या हुआ तेरा वादा?
अप्रेजल के महीने में संस्थाओं के कर्मचारियों की उम्मीदें सातवें आसमान पर रहती हैं। हालांकि अप्रेजल की घोषणा होते ही उन्हें आसमान से जमीन पर उतरने में ज्यादा समय नहीं लगता। -
विकास सेक्टर की होली पार्टी के लिए बॉलीवुड प्लेलिस्ट
अगर आप विकास सेक्टर में अलग-अलग भूमिकाओं में काम करते हैं, तो आपके लिए बॉलीवुड का कौन सा गाना सबसे सटीक रहेगा? -
ये सब तो कहना ही पड़ता है: ‘महिला दिवस’ विशेषांक
महिलाओं की स्थिति वास्तव में बदले या ना बदले, लेकिन भाषणों की बड़ी-बड़ी बातें कभी नहीं बदलेंगी। सार्वजनिक मंचों पर उन बातों को दोहराना जरूरी है, जिनसे लगे कि सब ठीक चल रहा है। -
एक वर्चुअल वर्कशॉप कैसे (न) करें
यह एक सत्य घटना पर आधारित नहीं है! -
शायर कार्यकर्ता का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
शायर कार्यकर्ता से आईडीआर की काल्पनिक बातचीत, जिसका वास्तविक घटनाओं से भरपूर मेल है। -
बजट और हम: विकास सेक्टर की एक पुरानी कहानी के कुछ नए दृश्य
नए बजट से विकास सेक्टर में काम करने वालों को होने या ना होने वाले कुछ फायदे और नुकसान, जिनका ख्याल हमें आया। -
पाताल लोक गाइड: जमीनी कार्यकर्ता विशाल आयोजनों में हिम्मत कैसे बनाए रखें
जब एक जमीनी कार्यकर्ता महानगर में आयोजित किसी ‘लग्जरी’ कार्यशाला में पहुंचता है तो मन खुद को ‘इंस्पेक्टर हाथीराम’ और आयोजन को 'पाताल लोक' सा महसूस करता है।