IDR English

अधिक भाषाएँ

  • मराठी
  • ગુજરાતી
  • বাংলা
हल्का-फुल्का

नहीं सहेंगी, नहीं सहेंगी…सेक्टर की बिल्लियां नहीं सहेंगी​

वर्ल्ड कैट डे पर पढ़िए थकान और बर्नआउट झेलती, चिढ़चिढ़ी और ट्रीट को तरसती सोशल सेक्टर बिल्लियों की पर्सनल म्याऊं डायरी।
लैपटॉप पर काम करती हुई बिल्ली_वर्ल्ड कैट डे
८ अगस्त २०२५ को प्रकाशित

हम बिल्लियां हैं, इंसान नहीं। मूड हो तो काम करते हैं, वरना पंजा मारते हैं। नौकरी हम नहीं करते हैं​​…​​लोगों को मौका देते हैं कि ​​​वो​​​​​​​​​​​ हमसे काम करवा पाते हैं ​​​या नहीं​​​​​​​​​​​। लेकिन क्या करें… इंसानों की बनाई इस पूंजीवादी दुनिया में अब हमें भी काम करना पड़ता है। तो वर्ल्ड कैट डे पर पढ़िए ​​​थकान और​​​​​​​​​​​ बर्नआउट ​​​झेलती​​​​​​​​​​​, चिड़चिड़ी और ट्रीट को तरसती सोशल सेक्टर बिल्लियों की पर्सनल म्याऊं डायरी।​

1. टीम मेंबर: नारंगी बिल्ले ने क्या जबरदस्त पीपीटी बनाई है, सच में मेहनत देख के दिल खुश हो गया!

​​(बाकी टीम: +1 की बारिश)​

​​मैं:

2. मैनेजर: जो ठीक लगे, वैसा कर लो… आई ट्रस्ट यू। बस मेरे सुझाए हुए 14 पॉइंट से बाहर मत जाना।​

​​मैं:

3. ​​डोनर: आपका काम बहुत इंस्पायरिंग है… लेकिन इस साल बजट नहीं है।​

​​मैं:

4. ​​मैनेजर (बड़े आराम से): ​​​आज ही आज में​​​​​​​​​​​ रिपोर्ट, बजट, सोशल मीडिया पोस्ट और कैप्शन भेज देना, ओके?​

​​मैं:

5. ​​टीम लीड: हम सबको थोड़ा एक्स्ट्रा ​​​करना​​​​​​​​​​​ पड़ेगा इस बार… टीम के लिए।​

​​मैं:

6. ​​टीम रिट्रीट में​​​​: हमें सेल्फ केयर ​​​पर​​​​​​​​​​​ भी ध्यान देना चाहिए​​।​

​​मैं: 

7. ​​फाउंडर: कल तक अगले क्वार्टर की स्ट्रेटेजी और स्मार्ट टारगेट तैयार चाहिए। डोनर को यह डॉक्यूमेंट ​​​​तुरंत भेजना​​ ​है​​​।​

​​मैं: