कम्युनिटी लीडरशिप क्या होती है? जानिए जमीनी अनुभव से
दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र की गलियों में काम कर रहे आगाज थियेटर ट्रस्ट ने कम्युनिटी लीडरशिप की अलग ही परिभाषा गढ़ी है। ऐसी लीडरशिप, जो समुदाय के भीतर से आती है, रोज की जिंदगी से जुड़ी है और जिसे लोग अपना मानते हैं।
नगीना, नगमा और जैस्मिन जैसे कई नाम इस बात का उदाहरण हैं कि जब कोई लीडर समुदाय से आता है, तो वो न सिर्फ समस्याओं को बेहतर समझता है, बल्कि उसके समाधान भी जमीनी और भरोसेमंद होते हैं। ये लीडर्स बताती हैं कि नेतृत्व सिर्फ नीतियों से नहीं, अनुभव और जुड़ाव से बनता है।
यह वीडियो कहानी इस विचार को सामने लाती है कि बाहर से आने वाला कोई विशेषज्ञ चाहे जितना सक्षम हो, वह उस समझ और भरोसे को नहीं पा सकता जो भीतर से आने वाले लीडर के पास होता है।
कम्युनिटी लीडरशिप का यह मॉडल हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम असल में लोगों को लीड करने का मौका दे रहे हैं, या बस उनके लिए फैसले ले रहे हैं?
यह एक झलक है उस नेतृत्व की, जो जड़ से जुड़ा है — और बदलाव की सबसे मजबूत नींव बन सकता है।
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लेखक के बारे में
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नगीना आगाज की संस्थापक सदस्य हैं। वर्तमान में वे प्रोग्राम लीड के साथ कम्युनिटी मोबिलाइजेशन, एक्टर, फैसिलिटेटर के तौर पर काम कर रही हैं। उन्होंने 12 से ज्यादा नाटकों में अभिनय किया है। वे निज़ामुद्दीन बस्ती, खिड़की और बदरपुर-जैतपुर जैसे इलाकों में कई समुदायों के साथ कला-आधारित काम में सक्रिय रही हैं। थिएटर के अलावा, वे दर्पण के ज़रिए आगाज के जेंडर और सेक्सुअलिटी पर होने वाले सेशन्स की सह-नेतृत्वकर्ता भी रही हैं। नगीना ‘पीपल फॉर पैरिटी’, वाईपी फाउंडेशन, अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट और साहित्य कला अकादमी की फैलोशिप प्राप्त कर चुकी हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है और फिलहाल आगाज में कम्युनिटी प्रोग्राम और मोबिलाइजेशन की अगुवाई कर रही हैं।