फील्ड में एक बार (भाग-2): जब लड़कियां लाइब्रेरी जाने लगीं
लड़कियां जब पढ़ना और आगे बढ़ना चाहती हैं तो उनकी राह में तमाम बाधाएं आती हैं, उन्हीं में से एक का किस्सा।
२५ अक्टूबर २०२४ को प्रकाशित
1. लड़कियां छुप-छुपकर कहीं जा रही थीं…

2. पर, किसी को बता नहीं रही थीं…

3. और, जहां वो पहुंचीं वो मंजिल बड़ी अनोखी थी…

हल्का-फुल्का का यह अंक सीमांचल लाइब्रेरी फाउंडेशन के संस्थापक साक़िब अहमद के अनुभव पर आधारित है।