वुमैनिटी फाउंडेशन
वुमैनिटी फाउंडेशन, नए और अलग तरह के निवेशों के जरिए लैंगिक बराबरी लाने पर काम कर रहा है। फाउंडेशन पिछड़े तबकों से आने वाली 50 हज़ार से अधिक महिलाओं को उनके भूमि अधिकार दिलाने के लिए वुमन लैंड राइट्स कार्यक्रम चला रहा है। यह समाज सेवी संगठनों को स्थानीय तौर पर ऐसे मॉडल्स विकसित करने में मदद कर रहा है जो स्थायी प्रभाव पैदा कर सकें। साथ ही, इन्हें देशभर में और बड़े पैमाने पर अपनाया जा सके।
लेख
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लिंग महिला भूमि अधिकारों को लेकर दानदाताओं को कौन-सी बातें ध्यान रखनी चाहिए?
महिला सशक्तिकरण का एक मज़बूत विकल्प होने के बावजूद उनके भूमि अधिकारों से जुड़े कार्यक्रमों को मिलने वाली फ़ंडिंग बहुत सीमित है।वुमैनिटी फाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
लिंग भुंजिया महिलाएं: परंपरा से मिला अकेलापन
वुमैनिटी फ़ाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
लिंग भूमि अधिकारों तक महिलाओं की पहुंच मजबूत कैसे हो?
महिलाओं के भूमि अधिकारों से जुड़े हस्तक्षेप कार्यक्रमों की कमी इशारा है कि समुदाय-आधारित संगठनों को सशक्त बनाया जाना चाहिए।वुमैनिटी फाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
लिंग महिलाओं को भूमि अधिकार दिलाने का मतलब उन्हें सशक्त बनाना होना चाहिए
समाजसेवी संस्थाओं को महिलाओं को सबसे पहले समझाना होगा कि भूमि अधिकार उनके सम्मान से जीने का अधिकार भी है।वुमैनिटी फ़ाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
लिंग पुरुषों का साथ महिलाओं के लिए भूमि अधिकार हासिल करना आसान बना सकता है
महिलाओं को भूमि अधिकार दिलाने के लिए काम कर रही समाजसेवी संस्थाओं के लिए यह स्थापित करना जरूरी है कि लड़ाई पुरुषों से नहीं, पितृसत्ता से है।वुमैनिटी फाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
पर्यावरण गुजरात की एक युवा महिला जो समुदाय से लेकर जंगल तक का ख्याल रखना जानती है
ग्रामीण गुजरात में रहने वाली 22 साल की अनीता बारिया अपने समुदाय के लिए रोजगार से लेकर पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी समस्याएं तक हल कर रही हैं।वुमैनिटी फाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड -
लिंग असम में नुक्कड़ नाटकों से महिलाओं के भूमि अधिकारों की मांग
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लिंग भारत के भूमि क़ानून महिलाओं को भूमि अधिकार दिला पाने में सक्षम क्यों नहीं हैं?
भारत के भूमि क़ानून सैद्धांतिक रूप से तो महिलाओं को भूमि अधिकार देते हैं लेकिन इन्हें जिस तरह से लागू किया जाता है, वह एक बड़ी बाधा है।वुमैनिटी फाउंडेशन द्वारा समर्थितहिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड